Pradhan Mantri Rojgar Yojana (PMRY) 2024 | प्रधानमंत्री रोजगार योजना

प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY) भारत सरकार द्वारा 1993 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, Pradhan Mantri Rojgar Yojana (PMRY) उद्देश्य देश के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। यह योजना विशेष रूप से उन आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं को लक्षित करती है, जो स्वरोजगार की दिशा में कदम उठाना चाहते हैं, लेकिन वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण सक्षम नहीं हो पाते। योजना के तहत युवाओं को छोटे व्यवसाय, व्यापार और उद्योग स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें और रोजगार के साधन जुटा सकें।

प्रधानमंत्री रोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य देश में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को कम करना और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत 18 से 35 वर्ष के युवा, जिनकी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास है, वे योजना का लाभ उठा सकते हैं। सरकार इस योजना के तहत व्यवसायिक परियोजनाओं के लिए 1 लाख रुपये तक और औद्योगिक परियोजनाओं के लिए 2 लाख रुपये तक की ऋण सहायता प्रदान करती है। साथ ही, अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं को विशेष रियायतें भी दी जाती हैं। इस योजना ने लाखों युवाओं को रोजगार के साधन जुटाने और आर्थिक रूप से मजबूत बनने का अवसर प्रदान किया है।

PMRY Yojana Overview 2024

योजनाप्रधानमंत्री रोजगार योजना
आयु18 से 35 वर्ष के सभी साक्षर लोगों के लिए
शैक्षणिक योग्यताएं8वीं पास
ब्याज़ दरसामान्य ब्याज़ दर
भुगतान का समयमोराटोरियम पीरियड के बाद 3 से 7 साल तक
पारिवारिक इनकमलाभार्थी और पत्नी व उसके माता/पिता की कुल इनकम 40,000/ माह से अधिक न हो
निवास3 साल से अधिक उस स्थान का निवासी
सब्सिडी व मार्जिन मनीप्रोजेक्ट की लागत के 15% तक सब्सिडी सीमित होगी। एक व्यक्ति को अधिकतम 7,500 रु. तक
गिरवी1 लाख रु. तक के प्रोजेक्ट के लिए कुछ गिवरी रखने की ज़रूरत नहीं है.
आरक्षणदलित (SC/ST), महिलाएं
ऑफिसियल वेबसाइटhttps://www.dcmsme.gov.in/

प्रधानमंत्री स्व-रोजगार योजना क्या है

प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY) भारत सरकार द्वारा 1993 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को स्व-रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत युवा उद्यमियों को छोटे व्यवसायों या उद्योगों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। योजना विशेष रूप से उन लोगों को लक्षित करती है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें रोजगार के साधन जुटाने में कठिनाइयाँ होती हैं।

प्रधानमंत्री योजना के तहत लगने वाले उद्योग

  • खनिज आधारित उद्योग
  • इंजीनियरिंग और गैर परंपरागत ऊर्जा
  • रसायन आधारित उद्योग
  • वस्त्र उद्योग
  • वनाधारित उद्योग
  • कृषि आधारित और खाद्य उद्योग
  • सेवा उद्योग

प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना आवश्यक दस्तावेज क्या है?

  1. आधार कार्ड
  2. पैन कार्ड
  3. निवास प्रमाण पत्र (जैसे, राशन कार्ड, बिजली बिल, वोटर आईडी)
  4. जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए)
  5. विकलांगता प्रमाण पत्र (विकलांग व्यक्तियों के लिए)
  6. शिक्षा प्रमाण पत्र (10वीं पास प्रमाण पत्र)

प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेने के नियम व शर्तें क्या है

प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना (PMRY) का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ नियम और शर्तें निर्धारित की गई हैं। ये शर्तें यह सुनिश्चित करती हैं कि केवल योग्य और जरूरतमंद लोग ही इस योजना का लाभ उठा सकें। नीचे दी गई हैं प्रमुख नियम और शर्तें:

आयु सीमा

  • सामान्य उम्मीदवारों के लिए आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • अनुसूचित जाति/जनजाति, महिलाओं, और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 18 से 45 वर्ष तक होती है।
  • पूर्व सैनिकों के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष तक होती है।

शैक्षणिक योग्यता

उम्मीदवार को कम से कम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।

आय सीमा

ग्रामीण क्षेत्र के उम्मीदवार की पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम ₹40,000 होनी चाहिए।
शहरी क्षेत्र के लिए यह सीमा ₹60,000 तक होती है।

परिवार की स्थिति

परिवार में अन्य किसी भी सदस्य ने पहले से ही इस योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।

रोजगार स्थिति

उम्मीदवार स्वरोजगार के लिए पहली बार आवेदन कर रहे हों, यानी वे किसी अन्य स्व-रोजगार योजना से लाभान्वित नहीं हुए होने चाहिए।

ऋण चुकौती क्षमता

उम्मीदवार के पास पर्याप्त क्षमता होनी चाहिए कि वह समय पर ऋण की चुकौती कर सके। बैंक और वित्तीय संस्थाएं इस पहलू पर ध्यान देती हैं।

प्रोजेक्ट लागत

  • परियोजना की अधिकतम लागत:
  • व्यवसायिक परियोजनाओं के लिए ₹1 लाख।
  • औद्योगिक परियोजनाओं के लिए ₹2 लाख।
  • सेवा और उद्योग परियोजनाओं के लिए ₹5 लाख तक की लागत स्वीकार्य है।

मार्जिन मनी और सब्सिडी

  • योजना के तहत परियोजना लागत का 15% (अधिकतम ₹7,500) तक की सरकारी सब्सिडी दी जाती है।
  • लाभार्थी को परियोजना लागत का 5-16% तक का योगदान देना होता है।

प्रशिक्षण

  • चयनित उम्मीदवारों को 15-20 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे अपने व्यवसाय को सही ढंग से प्रबंधित कर सकें।
  • इन शर्तों का पालन करने वाले उम्मीदवार प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना में आवेदन कैसे करे?

धानमंत्री स्वरोजगार योजना (PMRY) के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया सरल है और इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है। यहाँ आवेदन करने की प्रक्रिया को चरणबद्ध रूप में समझाया गया है:

  • सबसे पहले उम्मीदवार को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यह वेबसाइट राज्य या केंद्र सरकार के किसी संबंधित विभाग द्वारा संचालित हो सकती है।
  • वेबसाइट पर जाकर नए उम्मीदवार के रूप में पंजीकरण करना होगा। इसके लिए आपको अपना नाम, पता, ईमेल आईडी, और मोबाइल नंबर जैसी आवश्यक जानकारियां भरनी होंगी।
  • पंजीकरण के बाद आपको प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना का ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। इसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी, व्यवसायिक जानकारी, और बैंक विवरण शामिल होंगे।
  • आवेदन पत्र भरने के बाद आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें।
  • सभी जानकारी सही ढंग से भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आवेदन को सबमिट करें। सबमिशन के बाद आपको एक आवेदन संख्या प्राप्त होगी, जिसे भविष्य में संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें।
  • प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन पत्र संबंधित बैंक या जिला उद्योग केंद्र (DIC) से प्राप्त किया जा सकता है। कई राज्यों में यह आवेदन पत्र ब्लॉक स्तर के कार्यालयों से भी उपलब्ध होता है।
  • आवेदन पत्र को सही-सही और पूरी जानकारी के साथ भरें। इसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी, व्यवसाय का प्रकार, व्यवसायिक योजना का विवरण, और परियोजना लागत शामिल होनी चाहिए।
  • आवेदन पत्र और दस्तावेज़ों को भरने के बाद इसे संबंधित बैंक, जिला उद्योग केंद्र या राज्य सरकार के स्वरोजगार कार्यालय में जमा करें।
  • आवेदन सबमिट करने के बाद आप ऑनलाइन माध्यम से अपने आवेदन की स्थिति भी जांच सकते हैं। इसके लिए आपको पंजीकरण संख्या का उपयोग करना होगा।
  • आवेदन पत्र की समीक्षा के बाद, उम्मीदवारों को आवश्यक प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा, जिसमें उन्हें व्यवसाय प्रबंधन और उद्यमिता से जुड़े कौशल सिखाए जाएंगे। सफल प्रशिक्षण के बाद, ऋण की स्वीकृति और अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।